रोजमेरी तेल मांसपेशियों को आराम देने और सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (21)। यह हल्का होता है और दर्द पर कुछ ही देर में असर कर सकता है। इतना ही नहीं, इस तेल से अनिद्रा की परेशानी भी काफी हद तक कम हो सकती है (22)। हालांकि, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
सिर दर्द का घरेलू इलाज करने के लिए कॉफी का सीमित मात्रा में सेवन किया जा सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद कैफीन में एनाल्जेसिक (Analgesic – दर्द निवारक) गुण होता है, जो सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। हालांकि, दिनभर में 400 मिलीग्राम तक कैफीन का सेवन किया जा सकता है, लेकिन इसकी मात्रा को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है (25) (26) (27)। इसके अलावा, जिनको माइग्रेन की या पुराने सिरदर्द की समस्या है, वो कॉफी का सेवन कम मात्रा में या डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें (28)।
कैसे फायदेमंद है?
सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल या कैमोमाइल चाय भी प्रभावकारी हो सकती है। दरअसल, कैमोमाइल को सिरदर्द के लिए एक औषधि के रूप में सालों से उपयोग किया जाता रहा है (30)। इसके अलावा, इससे संबंधित एक शोध में देखा गया है कि कैमोमाइल जेल का उपयोग माइग्रेन मरीजों में 30 मिनट के अंदर असरदार साबित हो सकता है। यह माइग्रेन के लक्षण जैसे – उल्टी, मतली या सिरदर्द में काफी प्रभावकारी पाया गया है (31)। इन सबके अलावा, कैमोमाइल एंटीडिप्रेसेंट की तरह भी काम कर सकता है (32)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि आधा सिर दर्द का इलाज करने के लिए कैमोमाइल का उपयोग किया जा सकता है।
12. कैप्साइसिन (Capsaicin)
कैप्साइसिन, मिर्च में मौजूद एक महत्वपूर्ण यौगिक है, जो सिरदर्द की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। शोध के अनुसार, कैप्साइसिन युक्त दवा का नेजल उपचार माइग्रेन और क्लस्टर सिरदर्द में लाभकारी हो सकता है (33) (34)। सिर दर्द की मेडिसिन के रूप में कैप्साइसिन युक्त जेल या बाम का उपयोग भी किया जा सकता है। हालांकि, बेहतर है कि इस बारे में डॉक्टरी सलाह भी ली जाए, क्योंकि खुद से ऐसा उपचार जोखिम भरा हो सकता है।
13. चंदनसामग्री
- चंदन पाउडर (आवश्यकतानुसार)
- पानी (आवश्यकतानुसार)
- चंदन का तेल (आवश्यकतानुसार)
उपयोग करने का तरीका
- आवश्यकतानुसार चंदन पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें।
- फिर इस पेस्ट को अपने माथे पर थोड़ी देर के लिए लगा रहने दें और सूखने पर धो लें।
- अगर पेस्ट नहीं लगाना चाहते, तो चंदन के तेल (बाजार में या ऑनलाइन आसानी से उपलब्ध हैं) को माथे पर लगाया जा सकता है।
- चंदन के तेल को सूंघ भी सकते हैं।
- इसके अलावा, गर्म पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप भी ले सकते हैं।
कैसे फायदेमंद है?
देसी तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले सिर दर्द के टोटके में चंदन भी असरदार हो सकता है। चंदन की खुशबू काफी मनमोहक होती है और इसकी तासीर ठंडी होती है। ऐसे में सिरदर्द के दौरान इसे अगर लगाया जा सके या इसकी खुशबू ली जाए, तो सिरदर्द कम हो सकता है। हालांकि, इसका कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है, लेकिन इसे कई सालों से औषधि की तरह उपयोग किया जाता रहा है। सिर दर्द के उपाय के रूप में यह एक आसान तरीका हो सकता है।
14. पान के पत्ते
सामग्री
- 4 से 5 पान के पत्ते
- कपूर के तेल की कुछ बूंदें
- पानी (आवश्यकतानुसार)
उपयोग करने का तरीका
- पान के पत्तों को पानी के साथ पीसकर उसमें कपूर का तेल मिलाएं।
- अब इस मिश्रण को अपने माथे पर लगाएं और 10 से 15 मिनट के लिए रहने दें।
कैसे फायदेमंद है?
यह सर दर्द का देसी टोटका काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, पान के पत्तों में एनाल्जेसिक यानी दर्दनिवारक गुण मौजूद होता है (35), जो सिर दर्द ठीक करने के उपाय के रूप में कारगर हो सकता है। हालांकि, इससे जुड़ा कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
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ऊपर बताए गए सर दर्द के घरेलू उपाय कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। ऐसे में अगर सिरदर्द बार-बार हो, तो तेज सिर दर्द का घरेलू इलाज के लिए अन्य उपचार की मदद ले सकते हैं।
सिर दर्द के लिए इलाज – Other Treatments For Headache in Hindi
सिर दर्द दूर करने के उपाय में अन्य उपचार कराना भी आवश्यक है। नीचे जानिए सिर दर्द के लिए इलाज क्या-क्या हो सकते हैं।
डॉक्टर सबसे पहले सिरदर्द का निदान कर, सिरदर्द के प्रकार के अनुसार उसका उपचार कर सकते हैं। ये उपचार नीचे बताए जा रहे हैं (36) –
माइग्रेन सिरदर्द – माइग्रेन सिर दर्द दूर करने के उपाय की बात करें, तो डॉक्टर उसके लक्षणों को कम करने की कोशिश कर सकते हैं। डॉक्टर कुछ खास प्रकार की दवाइयां, जैसे सुमातृप्तान (sumatriptan) लेने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए थेरेपी की सलाह दे सकते हैं। डाइट में बदलाव कर सकते हैं और माइग्रेन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन न करने की सलाह दे सकते हैं (3)।
तनाव सिरदर्द – तनाव सिरदर्द को कम करने के लिए डॉक्टर एंटीइन्फ्लेमेटरी, एनाल्जेसिक (दर्द निवारक), नॉनस्टेरॉइडल और एंटीडिप्रेसेंट दवाइयों की सेवन की सलाह दे सकते हैं। यह तनाव सिर दर्द दूर करने के उपाय में से एक है।
क्लस्टर सिरदर्द – क्लस्टर सिरदर्द के लिए अन्य उपचार में शामिल हैं ट्रिप्टान ड्रग्स, नॉन-इनवेसिव वेगस नर्व स्टिमुलेशन (एक प्रकार की इलेक्ट्रिक थेरेपी) और ऑक्सीजन थेरेपी (जिसमें शरीर में शुद्ध ऑक्सीजन दी जाती है) दी जा सकती है (36)। इसके अलावा, कुछ दवाइयां भी दी जा सकती है।
एक्यूप्रेशर – सिरदर्द से राहत पाने के लिए एक्यूप्रेशर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। दरअसल, शरीर में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण प्वाइंट्स होते हैं, जो अलग-अलग समस्याओं में मददगार हो सकते हैं। सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए भी शरीर में कुछ महत्वपूर्ण प्वाइंट्स हैं, जिन पर प्रेशर देने से दर्द से राहत मिल सकती है। इस थेरेपी को एक्यूप्रेशर कहते हैं। इस थेरेपी का एक और फायदा यह है कि इसमें किसी तरह की दवा का साइड इफेक्ट होने का खतरा भी कम हो सकता है (37) (38) (39)।
सावधानी : सिर दर्द दूर करने के उपाय के लिए एक्यूप्रेशर की विधि किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। अगर किसी को प्रेगनेंसी में सिरदर्द हो और गर्भवती महिला एक्यूप्रेशर कराना चाहती है, तो इस बारे में पहले डॉक्टरी सलाह लें।
अन्य सामान्य उपाय भी कुछ इस प्रकार हैं (2) –
- दर्द निवारक दवाइयां
- मसाज थेरेपी
- खान-पान में बदलाव
- स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए कुछ उपाय
- कुछ खास तरह की दवाइयां जैसे – गर्भनिरोधक दवा, जिसके साइड इफेक्ट के कारण सिरदर्द हो सकता है। उनके सेवन पर रोक लगाना।
- अगर कुछ अन्य समस्याओं के कारण (जैसे – जबड़े या दांत में दर्द और उच्च रक्तचाप) अगर सिरदर्द हो, तो उनका इलाज करना।
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अब जानते हैं डाइट में बदलाव कर सिर दर्द कैसे ठीक करें।
सिर दर्द के लिए क्या खाएं और क्या न खाएं – Diet for Headache in Hindi
सिरदर्द का कारण कहीं न कहीं सही आहार न लेना भी हो सकता है। ऐसे में लेख के इस भाग में हम सिरदर्द का इलाज खान-पान से कैसे करना है, इस बारे में जानकारी दे रहे हैं। जानिए सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए क्या-क्या खा सकते हैं।
क्या खाएं
राइबोफ्लेविन युक्त खाद्य पदार्थ – सिर दर्द ठीक करने के उपाय के तौर पर हरी सब्जियां, नट्स, दूध व अंडे का सेवन किया जा सकता है। ये राइबोफ्लेविन (Riboflavin) युक्त खाद्य पदार्थ हैं। दरअसल, राइबोफ्लेविन (बी विटामिन) का सेवन माइग्रेन में राहत देने का काम कर सकता है (19) (20)।
मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ – मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, क्योंकि मैग्नीशियम की कमी सिरदर्द का कारण हो सकती है (20) (40)। ऐसे में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – केला, एवोकाडो, खुबानी, काजू और बादाम खाना लाभकारी हो सकता है (41)।
विटामिन डी और कैल्शियम – सिर दर्द का इलाज विटामिन-डी युक्त आहार का सेवन करके भी किया जा सकता है (42)। खासतौर पर विटामिन-डी और कैल्शियम युक्त आहार का साथ में सेवन माइग्रेन और पीरियड्स के पहले होने वाले सिरदर्द से काफी हद तक आराम मिल सकता है (43)। विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है, सूरज की किरणें। इसके अलावा, विटामिन-डी के लिए अंडे की जर्दी, या मशरूम का सेवन भी किया जा सकता है (44)। वहीं कैल्शियम के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे – केल, ब्रोकली, बादाम, दूध आदि का सेवन किया जा सकता है (45) (46)।
पानी – पानी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन कई लोग इस बात को भूल जाते हैं और पानी कम पीते हैं। शरीर में पानी की कमी होने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं और सिरदर्द उन्हीं में से एक है (47)। इसलिए, ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं और जब भी बाहर जाएं, तो साथ एक पानी की बोतल जरूर रखें, ताकि प्यास लगते ही पानी पी सकें। सिर दर्द ठीक करने के उपाय की बात की जाए, तो पानी पीना प्रभावकारी हो सकता है।
क्या न खाएं
- वाइन या अन्य शराब का सेवन न करें। इसमें हिस्टामाइन नामक रासायनिक तत्व होता है, जो सिरदर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा, चीज़ के सेवन से भी बचें क्योंकि कुछ खास चीज़ में भी हिस्टामाइन हो सकता है (48)।
- ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन न करें जिसमें एमएसजी (MSG- monosodium glutamate) जैसे स्वाद बढ़ाने वाले तत्व हों। इससे सिरदर्द की समस्या हो सकती है (2)।
- आर्टिफिशियल स्वीटनर्स, उनमें एस्पार्टेम (aspartame – कृत्रिम मिठास) होता है, जो सिरदर्द पैदा करने के जोखिम को बढ़ा सकता है (49)।
- चॉकलेट न खाएं, इससे माइग्रेन के सिरदर्द का खतरा हो सकता है (4)।
- कैफीन युक्त पदार्थ के सेवन से परहेज करें, लेकिन ध्यान रहे कि अगर कोई कैफीन युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन का आदी है, तो अचानक उसका सेवन बंद करने से भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में बेहतर है कैफीन के सेवन को कम किया जाए (4)।
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अब सवाल यह उठता है कि इस लेख में बताए गए सिर दर्द के लिए घरेलू उपचार पुराना सिर दर्द का इलाज करने में सहायक हैं या नहीं।
क्या इन घरेलू नुस्खों से पुराने सिर दर्द का इलाज हो सकता है?
इस लेख में बताए गए सिर दर्द के घरेलू उपाय हल्के-फुल्के सिरदर्द के इलाज के रूप में या तेज सिरदर्द से थोड़ी देर के लिए आराम दिलाने में सहायक हो सकते हैं। अगर बात करें पुराने सिर दर्द का इलाज करने की, तो क्रॉनिक सिरदर्द के लिए डॉक्टरी इलाज का ही सहारा लें। पुराना सिर दर्द किसी अन्य बीमारी का लक्षण भी हो सकता है, ऐसे में लापरवाही बिलकुल न बरतें।
सिरदर्द के लिए घरेलू उपचार और संतुलित खानपान के साथ-साथ शारीरिक क्रिया, योग व व्यायाम भी जरूरी है। लेख के इस भाग में हम सिरदर्द के लिए योग के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
सिर दर्द के लिए योगासन – Yoga for Headache in Hindi
योगासन शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है और सिरदर्द के लिए घरेलू उपचार के तौर पर भी योग मददगार हो सकता है (50)। नीचे हम सिरदर्द के लिए योग के बारे में बता रहे हैं।
पद्मासन या कमल आसन
तरीका
- सबसे पहले जमीन पर योग मैट बिछाकर उस पर पालथी मारकर बैठ जाएं।
- कमर को सीधा रखें और आंखें बंद कर लें व सामान्य रूप से सांस लेने की प्रक्रिया जारी रखें।
2. अर्द्ध पिंचा मयूरासन
तरीका
- इस आसन को करने के लिए पहले सीधे खड़े हो जाएं और फिर धीरे-धीरे घुटने टेकने की मुद्रा में आगे की ओर झुकें। अब अपनी कोहनी, हथेली व उंगलियों को जमीन पर रखें।
- इस मुद्रा में आने के बाद धीरे-धीरे अपनी पीठ, पैर और हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं।
- ध्यान रहे कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
- इसी मुद्रा में रहते हुए कुछ सेकंड गहरी सांस लें और छोड़ें।
- फिर वापस अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
- इस आसान को करने से आपके सिर और गर्दन को काफी आराम मिलेगा और दर्द भी दूर हो सकता है।
3. मार्जरी आसन
तरीका
- इसे करने के लिए सबसे पहले आप दोनों घुटनों और हाथों के बल बिल्ली की मुद्रा में आ जाएं।
- अब सांस लेते हुए सिर को ऊपर की तरफ ले जाएं और कमर को नीचे की तरफ दबाएं।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए सिर को नीचे ले जाएं व ठोड़ी को छाती से लगाने की कोशिश करें और साथ ही कमर को ऊपर की तरफ उठाएं।
- इससे गर्दन, पीठ व कंधे को आराम मिलेगा और लचक आने के साथ-साथ दर्द भी कम हो सकता है।
4. शवासन
तरीका
- इसमें आप जमीन पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और आंखें बंद कर लें।
- अपने दोनों हाथों को शरीर से लगभग एक फीट की दूरी पर रखें।
- फिर दोनों हथेलियां को आसमान की ओर करें।
- अपने दोनों पैरों के बीच दो फीट की दूरी रखें।
- इस दौरान आपका मुंह भी आसमान की ओर ही रहेगा।
- अब सामान्य रूप से सांस लेने-छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें।
- थोड़ी देर इसी मुद्रा में बन रहें और फिर प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।
नोट : इन योगासनों को करते वक्त सावधानी जरूर बरतें और कोशिश करें कि किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करें। इसके अलावा, अगर आपको कंधे, गर्दन या पीठ में कोई चोट या दर्द है, तो ये योगासन योग विशेषज्ञ से पूछकर ही करें।
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आगे जानिए सिर दर्द की किन परिस्थितियों में डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
सिर दर्द के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?
कुछ सिरदर्द गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकते हैं। ऐसे में नीचे बताए गईं बातों पर ध्यान दें और इनमें से कोई भी लक्षण दिखें, तो बिना देर करते हुए डॉक्टरी सलाह लें (6)।
- अगर सिरदर्द पहली बार हो और यह दिनचर्या को बाधित करे।
- अगर अचानक बहुत तेज सिरदर्द हो।
- सिर के पिछले हिस्से में दर्द होना।
- अगर नियमित सिरदर्द हो और किसी एक बार बहुत ज्यादा सिरदर्द हो।
- अगर सिरदर्द के साथ बोलने, देखने, समझने या हाथ-पांव हिलाने में दिक्कत हो। याददाश्त कमजोर होने लगे या उलझन महसूस हो, तो डॉक्टरी सलाह लें।
- 24 घंटे में और तेज सिर दर्द होना।
- सिरदर्द के साथ बुखार, मतली, उल्टी, गर्दन में अकड़न हो।
- अगर सिर में चोट लगने के बाद सिरदर्द होना शुरू हो।
- अगर सिरदर्द बहुत तेज हो और एक आंख में दर्द और आंख लाल हो।
- अगर कोई 50 साल से ऊपर का व्यक्ति हो और उसे बार-बार सिरदर्द हो।
- अगर सिरदर्द के साथ-साथ देखने में परेशानियां होने लगे, कुछ चबाने में असुविधा हो या वजन कम होने लगे।
- अगर किसी को पहले कभी कैंसर, एचआईवी या रोग प्रतिरोधक क्षमता से संबंधित समस्या रही हो और अचानक नया-नया सिरदर्द होने लगे।
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आगे जानते हैं सिरदर्द से बचाव के कुछ आसान उपाय।
सिर दर्द से बचाव – Prevention Tips for Headache in Hindi
सिर दर्द का घरेलू उपाय के बाद, नीचे जानिए सिरदर्द से बचाव के कुछ आसान तरीके (6) (51)।
- ठंडे या गर्म पानी से नहाएं।
- गर्दन या सिर की हल्की-हल्की मालिश करें।
- धूम्रपान या शराब का सेवन न करें।
- सिर पर ठंडा कपड़ा रखें।
- अंधेरे और शांत कमरे में आराम करें।
- नींद पूरी करें।
- सोने की मुद्रा में बदलाव करें।
- तकिया बदलें।
- अगर आंखों की समस्या है और कोई चश्मा लगाता है, तो नियमित तौर पर चश्मा लगाएं।
- व्यायाम करें।
- ध्यान लगाएं।
- टीवी, फोन, लैपटॉप या कम्प्यूटर के सामने देर तक न बैठें।
इस लेख को पढ़ने के बाद कई लोगों को यह जरूर पता चल गया होगा कि अगर सिर में दर्द हो तो क्या करें। अब सिरदर्द की दवा लेने से पहले ऊपर दिए गए सिर दर्द के लिए घरेलू उपचार को अपनाकर फर्क महसूस करें। अगर चाहते हैं कि सिरदर्द बार-बार न हो, तो सिरदर्द से बचाव के उपाय और योगासन को अपनाया जा सकता है। अगर फिर भी बार-बार सिरदर्द की समस्या हो रही है, तो बिना देर करते हुए सिर दर्द का इलाज करवाएं। वहीं, सिरदर्द अगर पुराना है, तो पुराना सिर दर्द का इलाज कराने के लिए डॉक्टर से जरूर मिलें। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित रहा होगा। स्वस्थ खाएं और स्वस्थ रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
गर्भावस्था के दौरान सिरदर्द के इलाज के लिए क्या करें?
गर्भावस्था के दौरान सिरदर्द से राहत पाने के लिए आइस पैक का उपयोग किया जा सकता है। साथ ही हर थोड़ी-थोड़ी देर में कुछ-कुछ खाते रहें, तेल से हल्की मालिश करा सकते हैं, पर्याप्त आराम करें और अच्छी नींद लें। अगर फिर भी सिरदर्द हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
क्या मौसम में बदलाव होने से माइग्रेन की समस्या वाले लोगों पर उसका असर हो सकता है?
हां, अचानक मौसम में बदलाव माइग्रेन सिरदर्द का कारण हो सकता है (4)।
जब आप सिरदर्द से उठते हैं, तो इसका क्या मतलब है?
सोकर सिरदर्द के साथ उठना स्लीप एपनिया (sleep apnea) यानी सोते वक्त शरीर में ऑक्सीजन की कमी का लक्षण हो सकता है (6)। इसके अलावा, सोकर सिरदर्द से उठना तनाव या चिंता के कारण भी हो सकता है। अगर यह बार-बार हो रहा है, तो एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।
सिर के पिछले हिस्से में दर्द के कारण?
सिर के पिछले हिस्से में दर्द का सामान्य कारण तनाव को माना जाता है (6)।
किसकी मदद से सिरदर्द से जल्दी छुटकारा मिल सकता है?
सिरदर्द से जल्दी छुटकारा पाने के लिए एसीटामीनोफेन, एस्प्रिन और आईब्रूफेन जैसी दर्दनिवारक दवाओं का सेवन किया जा सकता है। ध्यान रहे कि अगर कोई हफ्ते में 3 दिन से ज्यादा इस दवा का सेवन करता है, तो उसे बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए (6)।
मुझे हर रोज सिरदर्द क्यों होता है?
क्लस्टर हेडेक (Cluster headache) सिर दर्द का एक प्रकार है, जिसमें काफी तेज दर्द होता है और यह रोज परेशान कर सकता है। इस स्थिति में बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। तनाव के कारण भी रोज सिरदर्द रह सकता है (6)।
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