साधारणतया Papad का use snacks या भूख जगाने वाले Food items के तौर पर किया जाता है | Papad udyog महिला सशक्तिकरण से जुड़ा हुआ बिज़नेस इसलिए है क्योंकि इसको महिलाएं भी आसानी से start कर सकती हैं | Papad, pickle इत्यादि स्नैक्स के बिज़नेस India और विदेशों में भी महिला उद्यमियों द्वारा सफलतापूर्वक चलाये जा रहे हैं, जो उन्हें बहुत कम निवेश के साथ नियमित आय प्रदान करने में मदद कर रहा है |
हालांकि Papad udyog एक पारम्परिक business है, जो सदियों से चला आ रहा है, चूँकि पापड़ को घर के किचन और धूप की मदद से आसानी से बनाया जा सकता है, इसलिए प्रचीनकाल में लोग अपने पापड़ समबन्धि आवश्यकता को खुद ही पूर्ण कर लिया करते थे | लेकिन मानव की बदलती जीवनशैली के चलते Papad udyog नामक business की उत्पत्ति हुई |
Papad udyog Kya hai :
Papad Udyog को समझने से पहले यह समझ लेते हैं की पापड़ है क्या | पापड़ एक प्रकार की बहुत पतली रोटी के आकार का होता है | और यह स्वाद में स्वादिष्ट होने के कारण देश विदेश में एक पोपुलर खाद्य पदार्थ है | Papad Udyog या पापड़ बनाने के बिज़नेस से हमारा तात्पर्य उस प्रक्रिया से है, जब कोई व्यक्ति पापड़ का उत्पादन व्यवसायिक अर्थात उसको बेचकर अपनी Kamai करने हेतु करता है | इस बिज़नेस को गृह उद्योग, कुटीर उदयोग, लघु उद्योग एवं माध्यम उद्योग के तौर पर किया जा सकता है |
पापड़ बिजनेस में स्कोप :
वैसे तो देखा जाय तो India और विदेशी रसोईघरों में भी निजी उपयोग हेतु विभिन्न खाद्य पदार्थों से Papad Banane का काम किया जाता है | लेकिन यहाँ पर हमारा आशय उस प्रकार के पापड़ से है, जिसे अनेक रूपों में परिवर्तित किया जा सकता है | जैसे यदि उस पापड़ को Fry कर दो तो Fried Papad, आग में वैसे ही सेक दो तो Plain Papad और उसके ऊपर टमाटर, प्याज इत्यादि मसाले लगा दो तो मसाला पापड़ की संज्ञा दी जाती है |
इस प्रकार के पापड़ का उपयोग विभिन्न प्रकार की पार्टीयों, होटलों, ढाबों, सेना की कैंटीनों एवं घरों में भी किया जाता है | अभी सिर्फ कुछ ही कंपनियों जैसे लिज्जत पापड़ इत्यादि का इस प्रकार का पापड़ ही Market में उपलब्ध है | इसलिए इस Papad udyog ke business में महिला उद्यमियों एवं अन्य उद्यमियों के लिए भी business scope बना हुआ है |
पापड़ बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें (How to Start Papad Udyog):
जैसा की हम उपर्युक्त वाक्य में बता चुके हैं, यह business राष्ट्रीय बाज़ार में National brands द्वारा पहले से किया जा रहा है | जिसका मतलब है की बाज़ार में competition मिलेगा ही मिलेगा | लेकिन एक खुशखबरी यह भी है, की National brand market में पहले से उपलब्ध होने के बावजूद Local Market अर्थात स्थानीय बाजारों में स्थानीय brands का ही hold है |
इसका जो मुख्य कारण नज़र आता है, वह यह हो सकता है की Region wise अलग अलग लोग अलग अलग स्वाद के आदी होते हैं | इसलिए Papad udyog ka business start करने से पहले उद्यमी को चाहिए की वह उस एरिया में लोगों द्वारा पसंद किया जाने वाला स्वाद का विश्लेषण कर ले, ताकि वह अपने पापड़ को उसी स्वादानुसार बना सके |
1. पापड़ उद्योग के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन
चूँकि Papad udyog ka business खाद्य पदार्थों से जुड़ा हुआ बिज़नेस है, इसलिए उद्यमी का पापड़ BIS (Bureau of Indian Standards) के तय मानकों पर खरा उतरना जरुरी है, यही कारण है की उद्यमी को BIS, FSSAI इत्यादि license की आवश्यकता हो सकती है | इसके अलावा उद्यमी अपने बिज़नेस को विभिन्न business entities के अंतर्गत रजिस्टर करवा सकता है | यदि उद्यमी का Plan 20 लोगों से अधिक लोगों को रोज़गार देकर उन्हें अपनी कंपनी का कर्मचारी बनाना है, तो उद्यमी को विभिन्न compliance EPF, ESIC इत्यादि का भी ध्यान रखना पड़ेगा |
2. वित्त का प्रबंध करें
उद्यमी को चाहिए की वह अपने बिज़नेस Plan के मुताबिक अपने Papad udyog ke business के लिए वित्त की व्यवस्था करे | हालांकि small scale पर यह बिज़नेस कम Machinery के साथ भी Manual तरीके से start किया जा सकता है | लेकिन यदि उद्यमी बड़े स्तर पर यह बिज़नेस करने की सोच रहा है, तो उसको बैंकों से टर्म लोन इत्यादि की जरुरत पड़ सकती है |
Project report में उद्यमी को अपनी वित्त सम्बन्धी आवश्यकता को दो भागों में विभाजित किया जाना अति आवश्यक है, स्थिर लागत एवं आवर्ती लागत इसी आधार पर उद्यमी किसी भी वित्तीय संस्थान में जाकर लोन के लिए Apply करने में सक्षम हो पायेगा |
3. Machinery and Raw Materials for papad udyog business:
वैसे तो home पर पापड़ बनाने के लिए Mixer Grinding के अलावा और किसी मशीनरी की आवश्यकता नहीं पड़ती, लेकिन यदि Papad Making व्यापार के लिए की जाय तो विभिन्न मशीनरी की आवश्यकता हो सकती है |
- Grinding Machine
- Mixing Machine
- Electric Papad press machine (इस मशीन के माध्यम से पापड़ को आसानी से आकार दिया जा सकता है )
- Sieve Set (चलनी सेट)
- Drying Machine with trolley या फिर यदि उद्यमी का बजट कम है तो वह पापड़ को धुप में भी सूखा सकता है |
- पानी भरने और उसको रखने के लिए टैंक |
- Packaging के लिए Pouch Sealing Machine
- इसके अलावा BIS मानकों पर खरा उतरने के लिए कुछ Laboratory equipments की भी आवश्यकता हो सकती है |
पापड़ उद्योग के लिए कच्चा माल
पापड़ अनेक खाद्य पदार्थों जैसे दाल, चावल, मैदा, साबूदाना इत्यादि से बनाया जा सकता है लेकिन व्यवसायिक तौर पर अभी उड़द की दाल से बनने वाला पापड़ अन्य पापड़ की तुलना में Popular है | तो आइये जानते हैं की दाल से Papad udyog ka business start करने के लिए कौन कौन से Raw Materials की आवश्यकता होती है |
- उड़द की दाल
- काली मिर्च
- लाल मिर्च
- नमक
- हींग
- घी या तेल
- सोडियम बाई कार्बोनेट
- पानी
5. पापड़ बनाने का तरीका
पापड़ को विभिन्न दालों से बनाया जा सकता है, अधिकतर तौर पर उड़द की दाल का उपयोग Papad udyog से पापड़ उत्पादन के लिए किया जाता है | छिलके सहित उड़द की दाल को रात भर पानी में भिगो दिया जाता है, ताकि सुबह के समय इसके छिलके को आसानी से निकाला जा सके | छिलका निकालकर इस दाल को सुखाने हेतु धूप में किसी चटाई पर फैला दिया जाता है | दाल का पानी सूख जाने के बाद इसको Grinding Machine में डालकर पीस लिया जाता है |
उसके बाद Mixing Machine की सहायता लेकर इसमें आवश्यकतानुसार और पदार्थ जैसे नमक, काली मिर्च इत्यादि मिला दी जाती है, इसमें आवश्यकतानुसार पानी भी डाला जा सकता है, लेकिन यह ध्यान रखना बेहद जरुरी है की इसमें लचीला पन बना रहे ताकि इस दाल की पिट्ठी से बनने वाले Dough को Electric Papad press machine की मदद लेकर आसानी से आकार दिया जा सके | अब यदि दाल की पिट्ठी में सारे मसाले वगेरह अच्छी तरह मिला दिए हों, तो पिट्ठी की लोच का निरीक्षण करके उसके पेडे (Dough) तैयार किये जाते हैं |
हाँ इनको Pressing Machine में डालने से पहले dough के उपरी हिस्से में हल्का सा तेल या घी का हाथ फेरा जा सकता है, ताकि यह dough pressing machine की सतह पर चिपके नहीं | Pressing Machine की सहायता से पापड़ बेलकर इन्हें धूप में सूखाने के लिए रख दिया जाता है | यदि उद्यमी के पास Drying Machine with trolley है तो धूप की जगह उद्यमी इस मशीन का उपयोग पापड़ सुखाने के लिए कर सकता है |
Papad सूख जाने के बाद 20-40 पापड़ एक पैकेट में रखकर pouch sealing machine की मदद से उस पैकेट को बंद कर Market में बेचकर Kamai की जा सकती है | Papad Udyog को Manually, Semi Automatic unit, Full Automatic unit इत्यादि भागों में विभाजित किया जा सकता है | जिस Papad udyog में सारे काम Manually होते हैं, उसे Manual unit, जिसमे आधे काम मशीनों से आधे Manually होते हैं, उसे Semi Automatic unit, और जिस Papad Udyog में अधिकतर या सारे काम मशीनों के माध्यम से किए जाते हैं, उसे Fully Automatic unit कहते हैं |
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